शनिवार, 10 अप्रैल 2021

Generation of computer, Fist Generation To Five Generation. day 5

        कम्प्यूटर की पीढ़ियाँ
(Generations of Computer) 



द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कम्प्यूटरों का विकास बहुत तेजी से हुआ और उनके आकार-प्रकार में भी बहुत परिवर्तन हुए। आधुनिक कम्प्यूटरों
के विकास के इतिहास को तकनीकी विकास के अनुसार, कई भागों में बाँटा गया है, जिन्हें कम्प्यूटरों की पीढ़ियाँ कहा जाता है।


                 << 1940 - 1956: >>>>
             <<<पहली पीढ़ी -【IS】>>>


 वैक्यूम ट्यूब इन शुरुआती कंप्यूटरों ने स्मृति के लिए सर्किट ट्यूब और चुंबकीय ड्रम के रूप में वैक्यूम ट्यूबों का उपयोग किया। नतीजतन, वे विशाल थे, सचमुच पूरे कमरे में ले गए और दौड़ने के लिए एक भाग् खर्च किया

                  <<<1956 - 1963: >>>
          <<<  दूसरी पीढ़ी 【 I2S】>>>

ट्रांजिस्टर हालाँकि 1947 में पहली बार आविष्कार किया गया था, लेकिन 1950 के दशक तक ट्रांजिस्टर कंप्यूटर में महत्वपूर्ण रूप से उपयोग नहीं किए गए थे। वे वैक्यूम ट्यूब पर एक बड़ा सुधार थे, फिर भी कंप्यूटर को गर्मी के स्तर को नुकसान पहुंचाने के बावजूद। 

          <<<<<  1964 - 1971:<>>>
           
          <<<तीसरी पीढ़ी 【I3S】>>>

एकीकृत सर्किट इस चरण तक, ट्रांजिस्टर को अब छोटा किया जा रहा था और सिलिकॉन चिप्स (अर्धचालक) कहा जाता था। इससे इन मशीनों की गति और दक्षता में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई। ये पहले कंप्यूटर थे जहां उपयोगकर्ताओं ने कीबोर्ड और मॉनिटर का उपयोग करके बातचीत की थी जो एक ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ हस्तक्षेप करते थे, पंच कार्ड और प्रिंटआउट से एक महत्वपूर्ण छलांग। 


          <<<<1972 - 2010: >>>>

     <<<<चौथी पीढ़ी 【I4S】 >>>>>

- माइक्रोप्रोसेसरों इस क्रांति को एक शब्द में अभिव्यक्त किया जा सकता है: इंटेल। चिप-निर्माता ने 1971 में Intel 4004 चिप विकसित की, जिसने सभी कंप्यूटर घटकों (CPU, मेमोरी, इनपुट / आउटपुट कंट्रोल) को एक चिप पर तैनात किया। इंटेल चिप ने हजारों एकीकृत सर्किट रखे। वर्ष 1981 में पहली बार कंप्यूटर (आईबीएम) विशेष रूप से घरेलू उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया था और 1984 में Apple द्वारा पेश किए गए MacIntosh को देखा।

                    <<<<2010>>>>
       <<<<पांचवीं पीढ़ी 【I5S】>>>>


- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाले कंप्यूटर उपकरण अभी भी विकास में हैं, लेकिन इनमें से कुछ प्रौद्योगिकियां उभरने लगी हैं और इन्हें आवाज पहचान के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। AI समानांतर प्रसंस्करण और सुपरकंडक्टर्स का उपयोग करके संभव बनाया गया वास्तविकता है। भविष्य के लिए झुकाव, कंप्यूटर मौलिक रूप से क्वांटम गणना, आणविक और नैनो तकनीक द्वारा फिर से बदल दिए जाएंगे

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शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

History of the computer , कंप्यूटर का इतिहास ,computer science and technology day 4


        कम्प्यूटर विकास का इतिहास

 (History of  Computer Evolution)

आधुनिक कम्प्यूटरों को अस्तित्व में आए हुए मुश्किल से 50 वर्ष ही हुए हैं, लेकिन उनके विकास का इतिहास बहुत पुराना है। कम्प्यूटर

हमारे जीवन के हर पहलू में किसी-न-किसी तरह से सम्मिलित है। पिछले लगभग चार दशक में कम्प्यूटर ने हमारे समाज के रहन-सहन व काम

करने के तरीके को बदल दिया है।

कम्प्यूटर के विकास का इतिहास निम्नलिखित सारणी में संक्षेप में बताया गया है-

आविष्कार-

अबेकस

(Abacus)

आविष्कारक-

ली काई चेन

(चीन)

समय-

16वी

शताब्दी

विशेषताएँ

• सबसे पहला एवं सरल यन्त्र

• अबेकस लकड़ी का एक आयताकार ढाँचा होता था,

जिसके अन्दर तारों का  फ्रेम लगा होता था।

दौतिज (Horizontal) तारों में गोलाकार मोतियों के द्वारा

गणना की जाती थी। 

अनुप्रयोग-

जोड़ने व घटाने के लिए प्रयोग

किया जाता था।

• वर्गमूल निकालने के लिए भी प्रयोग

किया जाता था।

समय -   1822

आविष्कार-

डिफरेंस इंजन (Difference Engine)

आविष्कारक★

चार्ल्स बैबेज

(इंग्लैण्ड)

विशेषताएं★-

• इस मशीन में शॉफ्ट तथा गियर लगे होते थे तथा यह

मशीन भाप से चलती थी।

इस मशीन की सहायता से विभिन्न

बीजगणितीय फलनों का मान

दशमलव के 20 स्थानों तक

शुद्धतापूर्वक ज्ञात किया जा सकता

था।

• इसका उपयोग बीमा, डाक, रेलदे

विभागों में किया जाता था।

समय - 1833

आविष्कार  -एनालिटिकल इंजन

(Analytical

Engine)

आविष्कारक - चार्ल्स बैबेज

(इंग्लैण्ड)

अनुप्रयोग

• इसका प्रयोग सभी गणितीय

क्रियाओं को करने में किया जाता

था। 

विशेषताएं

इस मशीन के पाँच मुख्य भाग थे-

1. इनपुट इकाई 2 स्टोर 3. मिल 4. कण्ट्रोल

5 आउटपुट इकाई

• इस मशीन को आधुनिक कम्प्यूटरों का शुरूआती प्रारूप

माना जाता है।

• यह एक मैकेनिकल मशीन है।

.

आविष्कार

टैबुलेटिंग मशीन  (TabulatingMachine)

अनुप्रयोग*💐

इसका प्रयोग 1890 ई. की

जनगणना में किया गया था।

आविष्कारक

हर्मन होलेरिथ 1889 

विशेषताएं-💐

इसमें संख्या पढ़ने का कार्य छेद किए हुए काडौं द्वारा

(अमेरिका)

किया जाता था।

• एक समय में, एक ही कार्ड को पढ़ा जाता था।

• 1896 ई. में होलेरिथ ने टेबुलेटिंग मशीन कम्पनी की

स्थापना की, जो पंचकार्ड यन्त्र का उत्पादन करती थी।

• वर्ष 1924 में इसका नाम 'इण्टरनेशनल बिजनेस मशीन'

(International Business Machine-IBM) कर दिया

गया।

आविष्कार

मार्क-1(mark-1)

आविष्कारक

हावर्ड

समय-

1944 

विशेषताएं 

  यह विश्व का प्रथम पूर्ण स्वचालित विद्युत यान्त्रिक

आइकन

(Electromechanical) गणना यन्त्र था।

(अमेरिका)

• इसमें इण्टरलॉकिंग पैनल के छोटे गियर्स, काउण्टर,

स्विच और नियन्त्रण सर्किट होते थे।

डेटा मैन्युअल रूप से Enter किया जाता था।

• भण्डारण के लिए मैग्नेटिक ड्रम प्रयोग किए जाते थे।

इसका प्रयोग गणनाएँ करने में

किया 





पूरी तरह से कम्प्यूटर का इतिहास जानने के लिए कमेंट करे बन बाई बन


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गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

Limitations of the computer ,computer science and technology day 3

कम्प्यूटर की सीमाएँ
(Limitations of the Computer)


अगर किसी कार्य की कुछ विशेषताएँ
हैं, तो उसकी कुछ सीमाएँ भी होती हैं।
इसी प्रकार कम्प्यूटर की भी कुछ
सीमाएँ हैं जो इस प्रकार हैं-
बुद्धिहीन (No IQ) कम्प्यूटर एक
मशीन है, जिसमें स्वयं सोचने-समझने
की क्षमता नहीं होती। कम्प्यूटर केवल
दिए गए निर्देशों के आधार पर ही
कार्य करता है।
व्ययसाध्य माध्यम (Expensive)
कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर
प्रारम्भ में काफी महँगे होते थे, लेकिन
कम्प्यूटर के विकास के साथ ही उनकी
दरों में कमी आई है।
विद्युत पर निर्भर (Depends on
Electricity) कम्प्यूटर एक यान्त्रिक
मशीन है जिस कारण कम्प्यूटर को
क्रियाशील करने के लिए विद्युत एक
अनिवार्य आवश्यकता है। विद्युत के
अभाव में कम्प्यूटर एक डिब्बे के
समान होता है।
• 
 वायरस से प्रभाव (Effects from
Virus) कोई भी वायरस, कम्प्यूटर
कार्य क्षमता को प्रभावित करके उसमें
संगृहीत सूचना तथा निर्देशों को नष्ट
कर सकता है। अत: कम्प्यूटर
वायरस-रोधी सॉफ्टवेयर के द्वारा
वायरस से बचाकर रखना चाहिए।
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