शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

History of the computer , कंप्यूटर का इतिहास ,computer science and technology day 4


        कम्प्यूटर विकास का इतिहास

 (History of  Computer Evolution)

आधुनिक कम्प्यूटरों को अस्तित्व में आए हुए मुश्किल से 50 वर्ष ही हुए हैं, लेकिन उनके विकास का इतिहास बहुत पुराना है। कम्प्यूटर

हमारे जीवन के हर पहलू में किसी-न-किसी तरह से सम्मिलित है। पिछले लगभग चार दशक में कम्प्यूटर ने हमारे समाज के रहन-सहन व काम

करने के तरीके को बदल दिया है।

कम्प्यूटर के विकास का इतिहास निम्नलिखित सारणी में संक्षेप में बताया गया है-

आविष्कार-

अबेकस

(Abacus)

आविष्कारक-

ली काई चेन

(चीन)

समय-

16वी

शताब्दी

विशेषताएँ

• सबसे पहला एवं सरल यन्त्र

• अबेकस लकड़ी का एक आयताकार ढाँचा होता था,

जिसके अन्दर तारों का  फ्रेम लगा होता था।

दौतिज (Horizontal) तारों में गोलाकार मोतियों के द्वारा

गणना की जाती थी। 

अनुप्रयोग-

जोड़ने व घटाने के लिए प्रयोग

किया जाता था।

• वर्गमूल निकालने के लिए भी प्रयोग

किया जाता था।

समय -   1822

आविष्कार-

डिफरेंस इंजन (Difference Engine)

आविष्कारक★

चार्ल्स बैबेज

(इंग्लैण्ड)

विशेषताएं★-

• इस मशीन में शॉफ्ट तथा गियर लगे होते थे तथा यह

मशीन भाप से चलती थी।

इस मशीन की सहायता से विभिन्न

बीजगणितीय फलनों का मान

दशमलव के 20 स्थानों तक

शुद्धतापूर्वक ज्ञात किया जा सकता

था।

• इसका उपयोग बीमा, डाक, रेलदे

विभागों में किया जाता था।

समय - 1833

आविष्कार  -एनालिटिकल इंजन

(Analytical

Engine)

आविष्कारक - चार्ल्स बैबेज

(इंग्लैण्ड)

अनुप्रयोग

• इसका प्रयोग सभी गणितीय

क्रियाओं को करने में किया जाता

था। 

विशेषताएं

इस मशीन के पाँच मुख्य भाग थे-

1. इनपुट इकाई 2 स्टोर 3. मिल 4. कण्ट्रोल

5 आउटपुट इकाई

• इस मशीन को आधुनिक कम्प्यूटरों का शुरूआती प्रारूप

माना जाता है।

• यह एक मैकेनिकल मशीन है।

.

आविष्कार

टैबुलेटिंग मशीन  (TabulatingMachine)

अनुप्रयोग*💐

इसका प्रयोग 1890 ई. की

जनगणना में किया गया था।

आविष्कारक

हर्मन होलेरिथ 1889 

विशेषताएं-💐

इसमें संख्या पढ़ने का कार्य छेद किए हुए काडौं द्वारा

(अमेरिका)

किया जाता था।

• एक समय में, एक ही कार्ड को पढ़ा जाता था।

• 1896 ई. में होलेरिथ ने टेबुलेटिंग मशीन कम्पनी की

स्थापना की, जो पंचकार्ड यन्त्र का उत्पादन करती थी।

• वर्ष 1924 में इसका नाम 'इण्टरनेशनल बिजनेस मशीन'

(International Business Machine-IBM) कर दिया

गया।

आविष्कार

मार्क-1(mark-1)

आविष्कारक

हावर्ड

समय-

1944 

विशेषताएं 

  यह विश्व का प्रथम पूर्ण स्वचालित विद्युत यान्त्रिक

आइकन

(Electromechanical) गणना यन्त्र था।

(अमेरिका)

• इसमें इण्टरलॉकिंग पैनल के छोटे गियर्स, काउण्टर,

स्विच और नियन्त्रण सर्किट होते थे।

डेटा मैन्युअल रूप से Enter किया जाता था।

• भण्डारण के लिए मैग्नेटिक ड्रम प्रयोग किए जाते थे।

इसका प्रयोग गणनाएँ करने में

किया 





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